जयपुर: आयकर छापों में शादी आयोजकों का हवाला-क्रिप्टो नेटवर्क उजागर, अधिकारियों ने 20 करोड़ रुपये की नकदी और आभूषण जब्त किए

जयपुर में शादी आयोजकों पर आयकर विभाग के छापों में हवाला लेनदेन और क्रिप्टोकरेंसी का एक संदिग्ध नेटवर्क सामने आया है। अधिकारियों ने 20 करोड़ रुपये की नकदी और आभूषण जब्त किए हैं और तीन क्रिप्टो वॉलेट को फ्रीज कर दिया है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि छानबीन के दायरे में आए शादी आयोजकों ने अपने ग्राहकों से प्राप्त पेमेंट को क्रिप्टोकरेंसी में बदल दिया। ये लोग हवाला नेटवर्क का उपयोग करके धनराशि को स्थानांतरित कर रहे थे, जिसका खुलासा अधिकारियों ने किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आयकर अधिकारियों ने जयपुर में 20 से अधिक शादी आयोजकों के परिसरों पर छापेमारी की। तलाशी अभियान के दौरान, I-T टीमों ने Stablecoin और Bitcoin के गुप्त क्रिप्टो अकाउंट्स का पता लगाया।

तीन क्रिप्टो वॉलेट पाए गए। इनमें से दो स्थानीय प्लेटफॉर्म से जुड़े थे, जबकि एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के जरिए संचालित किया जा रहा था। अधिकारियों ने पाया कि बिना दस्तावेज वाली नकदी को हवाला नेटवर्क के जरिए क्रिप्टोकरेंसी में बदल दिया गया।

नकदी को क्रिप्टो में बदलने के बाद धनराशि को अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर ट्रांसफर किया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि सख्त KYC नियमों के बावजूद, आरोपियों ने नेटवर्क को बायपास करने और फंड ट्रांसफर करने के लिए खामियां खोज लीं।

अब तक की जांच से पता चला है कि शादी आयोजकों, कैटरर्स, होटल मालिकों, फूल विक्रेताओं और अन्य डेकोरेटरों का एक बड़ा नेटवर्क इस तरीके का इस्तेमाल कर रहा है। I-T अधिकारी इन लेनदेन के डिजिटल कैश ट्रेल को स्थापित करने के लिए WhatsApp चैट, स्प्रेडशीट्स और ईमेल्स का उपयोग कर रहे हैं।

अधिकारियों का कहना है कि जयपुर में हुए खुलासे सिर्फ हिमशैल का एक हिस्सा हो सकते हैं, क्योंकि इसके दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद जैसे बड़े मेट्रो शहरों से गहरे संबंध हो सकते हैं।

आयकर के आधिकारिक नियमों के अनुसार, कोई भी व्यक्ति एक लेनदेन में या एक व्यक्ति से 2 लाख रुपये से अधिक नकद प्राप्त नहीं कर सकता।

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